सरिता विहार थाने में अपोलो अस्पताल में चोरी की शिकायत दर्ज होने के बाद आरोपी विकास को पहाड़गंज के एक होटल से 14 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया, यहां से 10 अप्रैल को ऑन्कोलॉजी ओपीडी से एक लैपटॉप और मोबाइल फोन चोरी कर लिया था।

दक्षिण-पूर्वी जिले के एंटी नारकोटिक्स स्क्वॉड (एएनएस) ने चोरी की कई वारदात करने वाले बीटेक स्नातक डिग्री होल्डर युवक को पहाड़गंज के एक होटल से गिरफ्तार किया है। पुणे निवासी विकास कोविड के उपचार के कारण कर्ज में डूब गया था, इसलिए डॉक्टरों से नफरत करने लगा था और चोरी की वारदात करने लगा। आरोपी दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, मुंबई और पुणे के कई अस्पतालों में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है।दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि एमआईटी पुणे से कंप्यूटर साइंस स्नातक विकास ने एंटी नारकोटिक्स स्क्वॉड प्रभारी विष्णुदत्त को बताया कि वर्ष 2021 में कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा बिलों पर रियायत के उसके अनुरोध को पुणे के एक अस्पताल ने ठुकरा दिया था, जिससे उसे गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा, तब से डॉक्टरों से नफरत करने लगा था, इसलिए अस्पतालों से उपकरण चोरी करना शुरू कर दिया।पुलिस उपायुक्त ने बताया कि विकास ने द्वारका के मणिपाल अस्पताल, वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल और नोएडा के मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में चोरी करने की बात कबूल की है। सरिता विहार थाने में अपोलो अस्पताल में चोरी की शिकायत दर्ज होने के बाद आरोपी विकास को पहाड़गंज के एक होटल से 14 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया, यहां से 10 अप्रैल को ऑन्कोलॉजी ओपीडी से एक लैपटॉप और मोबाइल फोन चोरी कर लिया था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमराें की फुटेज और निगरानी का उपयोग करके आरोपी को ट्रैक किया। आरोपी के कब्जे से चार लैपटॉप, एक मोबाइल फोन, एक एयरपॉड, महंगे चश्मे, 6100 रुपये नकद और चोरी की वस्तुओं को बेचने के लिए नकली चालान बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जाली बिल बुक बरामद की गई।