पीक सीजन में Uttarakhand Transport Corporation की बसें ‘बीमार’, दर्जनों बसें खड़ीं

पीक सीजन में Uttarakhand Transport Corporation की बसें ‘बीमार’, दर्जनों बसें खड़ीं

एक ओर परिवहन निगम के अधिकारी पीक सीजन का हवाला देते हुए बसों के अधिक संचालन के निर्देश दे रहे, दूसरी ओर टायर और स्पेयर पार्ट्स के अभाव में कईं बसें कार्यशाला में खड़ी हैं।

अकेले पर्वतीय डिपो में ही एक दर्जन बसें टायर व स्पेयर पार्ट्स न होने की वजह से खड़ी हैं। ग्रामीण और बी डिपो में भी यही हालात हैं। इससे कर्मचारियों में खासा आक्रोश है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद की ओर से प्रबंधन को नोटिस देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

पहला मौका नहीं है जब परिवहन निगम में टायर या स्पेयर पार्ट्स के अभाव में दर्जनों बसें कार्यशाला में खड़ी हैं। दरअसल, परिवहन निगम पिछले पांच साल में एक भी नई बस नहीं खरीद पाया है। वर्तमान में जो बसें संचालित हो रहीं वह सभी पांच से आठ साल की आयु सीमा पूरी कर चुकी हैं। ऐसे में बसें लगातार मार्गों पर खराब हो रहीं।

पिछले दिनों भी पर्वतीय डिपो की पांच बसें दो दिन में मार्गों पर खराब हुईं। संयुक्त परिषद के मुताबिक इन बसों के ब्रेक ड्रम तक खराब हो चुके हैं, जो बदले जाने हैं, लेकिन कार्यशाला में पार्ट्स न होने के कारण बसें खड़ी हैं। बसों के पुराने टायरों पर नई रबड़ चढ़ाकर मार्गों पर भेजा जा रहा है, जिस वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती हैं।

इसके अलावा पुराने बिलों का भुगतान न होने पर कंपनी स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई रोक देती है। कर्मचारी संयुक्त परिषद की पर्वतीय डिपो शाखा की एक बैठक मंगलवार को डिपो के कार्यालय में हुई। आरोप है कि टायर, क्लच प्लेट समेत स्टेयरिंग राड, रेडियेटर, कमानी आदि पार्टस न होने के कारण बसें खड़ी हैं। जिस वजह से चालक-परिचालक मार्ग पर नहीं जा पा रहे।

मार्ग पर न जाने के कारण विशेष श्रेणी व संविदा के चालक-परिचालक का वेतन नहीं बनेगा। परिषद ने छोटी अनुबंधित बसों को मैदानी मार्ग के बजाए पर्वतीय मार्गों पर चलाने, ग्रेड-पे का लाभ देने, संविदा व विशेष श्रेणी कर्मचारियों का वेतन पूर्व की तरह हर माह की 19 से 20 तारीख तक बनाने, मसूरी बस अड्डे पर वाटर कूलर लगाने, लंबित देयकों और अवकाश का भुगतान करने की मांग भी की गई। बैठक में शाखा अध्यक्ष कलम सिंह व मंत्री नमन शर्मा आदि उपस्थित रहे।

शिकायत मिली तो होगा तबादला
चालक-परिचालक के विरुद्ध कोई शिकायत मिली तो सबसे पहले उसका तबादला किया जाएगा। दून मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने मंगलवार को आदेश देते हुए कहा कि यात्री से अभद्रता, बस न रोकने व अन्य मामलों में चालक और परिचालक के विरुद्ध शिकायतें आ रहीं। पिछले दिनों भी हरिद्वार डिपो के एक चालक और परिचालक के विरुद्ध ऐसी ही शिकायत मिली, जिसमें मंगलौर में छह यात्री होने के बावजूद बस नहीं रोकी।

अनुबंधित ढाबा संचालक ने की अभद्रता
देहरादून-दिल्ली मार्ग पर परिवहन निगम की ओर से अनुबंधित मेला यात्री प्लाजा के संचालक पर परिचालकों से अभद्रता करने और निगम का शुल्क न देने का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई है।

उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की ग्रामीण डिपो के शाखा मंत्री संदीप कुमार की ओर से डिपो एजीएम को दी शिकायत में बताया गया कि खतौली स्थित मेला यात्री प्लाजा ढाबा संचालक निगम की ओर से निर्धारित शर्तों का अनुपालन नहीं कर रहा और विरोध करने पर चालक-परिचालकों से अभद्रता कर रहा।

कालसी-दिल्ली मार्ग की बस का टायर निकला
कार्यशाला से मार्गों पर भेजी जा रही बसों के लगातार खराब होने का मामला सामने आ रहा। मंगलवार को कार्यशाला से कालसी जा रही कालसी-दिल्ली मार्ग की बस रास्ते में पिछला टायर निकलने के कारण खराब हो गई।

बताया गया कि यही बस मंगलवार को दिल्ली से देहरादून आते हुए भी खराब हुई थी। करीब दो घंटे बाद चालक-परिचालक ने किसी तरह बस ठीक कराई और देहरादून लेकर पहुंचे। कार्यशाला में बस ठीक कराई, लेकिन 45 किमी चलने पर विकासनगर के आगे फिर खराब हो गई।

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