लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज 13 राज्यों की 89 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। चुनाव आयोग की तरफ से वोटिंग को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होगा। चुनाव आयोग ने गर्मी को देखते हुए मतदान के समय को बढ़ा दिया है।
नई दिल्ली : देश के 13 राज्यों की 89 लोकसभा सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। इसके साथ ही चुनावी मैदान में उतरे 1202 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में बंद हो जाएगी। सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव में शुक्रवार को दूसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। वोटिंग का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक का होगा। गर्मी को देखते हुए कुछ जगह वोटिंग का समय बढ़ाया गया है।
1202 उम्मीदवार मैदान में
आयोग ने बताया कि चुनावी मैदान में उतरे 1202 उम्मीदवारों में से 1098 मेल, 102 फीमेल और दो थर्ड जेंडर हैं। इन सभी की चुनावी किस्मत का फैसला 15.88 करोड़ मतदाताओं के हाथों में है। अधिकारियों का कहना है कि दूसरे फेज में 4100 पोलिंग स्टेशन ऐसे बनाए गए हैं, जिन पर पूरी तरह से महिला स्टाफ की तैनाती होगी। यहां न केवल तमाम चुनाव अधिकारी महिलाएं होंगी, बल्कि सुरक्षा निगरानी में तैनात सारे सुरक्षाकर्मी भी महिला होंगी। इसी तरह से 640 पोलिंग स्टेशन की बागडोर दिव्यांग पोलिंग स्टाफ को दी गई है।
कैसे बढ़ेगा वोटिंग पर्सेंटेज?
पहले फेज में मतदान कम होने से चिंतित चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान में पूरी कोशिश की है कि इसमें वोटिंग कम न हो। इसके लिए तमाम राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को भी कहा गया है कि बढ़ती गर्मी को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वोट डालने आने वाले मतदाताओं को किसी तरह परेशानी न हो। इस बार आयोग की पूरी कोशिश रहेगी कि मतदान पहले चरण जैसा कम न हो। हालांकि, मतदान के कम होने के पीछे गर्मी का कारण बताने वाले आयोग के दावों पर एक्सपर्ट का कहना है कि लोकसभा चुनावों के दौरान तो हर बार ही गर्मी होती है। ऐसे में कम मतदान होने के पीछे केवल गर्मी का कारण नहीं हो सकता। इसके बावजूद आयोग पूरी कोशिश में है कि दूसरे फेज में मतदान का प्रतिशत 2019 के मुकाबले कम न हो पाए। इसके लिए कुछ पोलिंग स्टेशनों पर मतदान का समय भी बढ़ाया गया है।