डीएम ने अधिकारी को दिए तैनाती के बाद ही शिक्षक को स्थानांतरित करने के आदेशउत्तरकाशी/नौगांव। रवांई घाटी के कफनौल गांव स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय के छात्र शिक्षकों की तैनाती की मांग को लेकर अभिभावकों के साथ करीब 90 किमी दूर जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे। इस बीच बारिश भी हो रही थी, लेकिन वे डीएम से मिलने के लिए करीब दो घंटे तक इंतजार करते रहे। डीएम ने अभिभावकों व बच्चों की मांग पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्यालय से तब तक शिक्षक को न भेजा जाए, जब तक दूसरा तैनात नहीं होता है।
विकासखंड नौगांव के कफनौल गांव के ग्रामीण बच्चों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि वे वर्ष 2022 से विद्यालय में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। शिक्षकों की कमी के कारण लगातार शिक्षकों की संख्या घट रही है, जहां पहले 125 छात्र-छात्राएं थे वहीं अब 109 ही रह गए हैं। विद्यालय में एक ही स्थायी शिक्षक थे। उनका भी स्थानांतरण हो गया है। विभाग ने अन्य स्कूल से दो शिक्षकों की व्यवस्था की है, लेकिन वे भी अपनी मनमर्जी से स्कूल आते हैं। राज्य बेरोजगार संघ के जिलाध्यक्ष बॉबी पंवार, प्रधान शेखर पंवार, इंद्रजीत, शैलेंद्र चौहान, नागेंद्र, अमित पंवार, शंकर लाल कहना है कि शिक्षकों की वे लंबे समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
मामले में डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बुलाकर निर्देश दिए कि जिस शिक्षक का ट्रांसफर हुआ है। उन्हें तब तक रिलीव न किया जाए, जब तक अन्य शिक्षक न आ जाए। साथ ही व्यवस्था पर लगाए गए शिक्षकों की लापरवाही के लिए उनका वेतन रोका जाए।