पवन कल्याण ने अपनी सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी की नेता अनिता पर निशाना साधा है।उनकी यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि देखी गई है।आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार में उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण अपनी गठबंधन सरकार पर भड़कते नजर आए। अभिनेता से नेता बने कल्याण ने राज्य की गृह मंत्री अनीता पर अक्षमता का आरोप लगाया। साथ ही उन्हें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जैसा बनने की सलाह दी और राज्य में बढ़ते अपराधों पर नकेल कसने करने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर सुधार नहीं होता है तो ये जिम्मेदारी भी मुझे उठानी पड़ेगी। साथ ही कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।पवन कल्याण ने अपनी सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी की नेता अनिता पर निशाना साधा है। उनकी यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि देखी गई है। बीते दिन तीन साल की बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की घटना सामने आने के बाद कल्याण ने कहा कि आंध्र प्रदेश में शांति और सुरक्षा की स्थिति में उल्लेखनीय कमी आई है और कानून व्यवस्था को योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में जिस तरह से संभाला जाता है, उसी तरह से संभाला जाना चाहिए।उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र पीथापुरम में एक रैली में कहा, ‘मैं गृह मंत्री अनीता को भी चेतावनी दे रहा हूं, आप गृह मंत्री हैं। मैं पंचायती राज मंत्री, वन एवं पर्यावरण मंत्री हूं। आप अपने कर्तव्यों का निर्वहन अच्छी तरह से करें अन्यथा मुझे गृह विभाग भी संभालने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘आपको योगी आदित्यनाथ जैसा बनना होगा। राजनीतिक नेता, विधायक सिर्फ वोट मांगने के लिए नहीं हैं। आपकी भी जिम्मेदारियां हैं। हर किसी को सोचना होगा। ऐसा नहीं है कि मैं गृह विभाग नहीं मांग सकता या नहीं ले सकता। अगर मैं ऐसा करता हूं, तो इन लोगों के लिए चीजें बहुत अलग हो जाएंगी। हमें योगी आदित्यनाथ जैसा बनना होगा। अन्यथा अपराधी नहीं बदलेंगे। इसलिए तय करें कि आप बदलेंगे या नहीं।’
गृह मंत्री की खुली आलोचना के बाद मतभेद की अटकलें लग रही थीं, लेकिन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की कैबिनेट के एक अन्य वरिष्ठ मंत्री नारायण ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के तौर पर पवन कल्याण को गलतियां बताने और मंत्रियों को सही राह पर लाने का अधिकार है।
ट्रूडो सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आग्रह
इसके अलावा, रविवार को कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर डिप्टी सीएम कल्याण ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कनाडा में एक हिंदू मंदिर और हिंदुओं पर हमला मन पर आघात करता है, जिससे पीड़ा और चिंता दोनों पैदा हो रही हैं।
आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट साझा कर लिखा, मुझे अपने हिंदू भाइयों और बहनों को पाकिस्तान, अफगानिस्तान और हाल ही में बांग्लादेश जैसी जगहों पर उत्पीड़न, हिंसा और अकल्पनीय पीड़ा सहते हुए देखकर बहुत दुख होता है। हिंदू एक वैश्विक अल्पसंख्यक हैं और इस तरह उन पर कम ध्यान दिया जाता है, कम एकजुटता होती है और उन्हें आसानी से निशाना बनाया जाता है। उनके खिलाफ नफरत की हर कार्रवाई, दुर्व्यवहार की हर घटना उन सभी के लिए एक झटका है जो मानवता और शांति को महत्व देते हैं।’
हिंदुओं पर हुआ हमला दिल पर आघात करता है: डिप्टी सीएम
उन्होंने कहा कि कनाडा में एक हिंदू मंदिर और हिंदुओं पर हुआ हमला दिल पर आघात करता है, पीड़ा और चिंता दोनों पैदा करता है। मेरी आशा है कि कनाडाई सरकार वहां के हिंदू समुदाय के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाएगी। लेकिन यह एक अलग घटना से कहीं ज्यादा है। विभिन्न देशों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और घृणा की घटनाएं जारी हैं, फिर भी ग्लोबल नेताओं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और तथाकथित शांतिप्रिय गैर सरकारी संगठनों की चुप्पी उनका समर्थन कर रहा है। आज नाराजगी की आवाज सुनाई दे रही हैं? हिंदुओं के लिए एकजुटता कहां है? इस अन्याय का सामना करने के लिए हम अकेले क्यों हैं?उन्होंने ये भी कहा कि ये केवल करुणा का नहीं बल्कि, एक्शन का आह्वान है। दुनिया को हिंदुओं की पीड़ा को उसी तत्परता और प्रतिबद्धता के साथ स्वीकार करने और उसका समाधान करने का आह्वान करना चाहिए जो यह दूसरों को प्रदान करता है। मानवीयता के खिलाफ चयनात्मक करुणा का रवैया बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। आइए हम कहीं भी, किसी भी समुदाय के उत्पीड़न के खिलाफ एक संकल्प के साथ एकजुट हों।