नकवी ने कहा- मैं इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता। क्योंकि इससे चीजें बिगड़ सकती हैं। हमने अपना दृष्टिकोण (आईसीसी को) बता दिया है, भारतीयों ने भी अपना दृष्टिकोण बता दिया है। यह प्रयास सुनिश्चित करना है कि सभी के लिए जीत हो।
चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल होना है, लेकिन अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कार्यक्रम का एलान नहीं किया है। वहीं, शुक्रवार को क्रिकेट की वैश्विक संस्था ने सभी बोर्ड की बैठक बुलाई, जिसमें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हाइब्रिड मॉडल को अस्वीकार किया। इसके बाद पीटीआई ने जानकारी दी कि आईसीसी ने पीसीबी को अल्टीमेटम दे दिया है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी हाइब्रिड मॉडल के तर्ज पर करने के लिए तैयार हो जाए या फिर टूर्नामेंट से बाहर होने के लिए तैयार रहे। इस सबके बीच अब पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि, हम वही करेंगे जो क्रिकेट के लिए सबसे अच्छा होगा। हम जो भी फॉर्मूला अपनाएंगे, वह समान शर्तों पर होगा।
नकवी ने कहा- मैं इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता। क्योंकि इससे चीजें बिगड़ सकती हैं। हमने अपना दृष्टिकोण (आईसीसी को) बता दिया है, भारतीयों ने भी अपना दृष्टिकोण बता दिया है। यह प्रयास सुनिश्चित करना है कि सभी के लिए जीत हो। क्रिकेट को जीतना चाहिए यह सबसे महत्वपूर्ण है, लेकिन सभी के सम्मान के साथ। हम वही करेंगे जो क्रिकेट के लिए सबसे अच्छा होगा। हम जो भी फॉर्मूला अपनाएंगे, वह समान शर्तों पर होगा। पाकिस्तान का गौरव सबसे महत्वपूर्ण है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि क्रिकेट जीते, लेकिन पाकिस्तान का गौरव भी बरकरार रहे।जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अब इस व्यवस्था के लिए सहमत हो गया है, तो नकवी ने जवाब दिया, “देखते हैं क्या होता है। मेरा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि कोई एकतरफा व्यवस्था न हो। ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम भारत जाएं और वे हमारे देश में न आएं। विचार यह है कि इसे एक बार और हमेशा के लिए समान शर्तों पर सुलझा लिया जाए।शनिवार को पीटीआई को पीसीबी के सूत्रों ने जानकारी दी कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अगले साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाने के लिए तैयार है, लेकिन उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के समक्ष के अहम शर्त रख दी है। पीसीबी चाहता है कि आईसीसी यह नीति 2031 तक होने वाले उसके सभी टूर्नामेंट के लिए लागू करे। सूत्र ने साथ ही बताया कि बोर्ड हाइब्रिड मॉडल पर सहमत होने के लिए सालाना राजस्व चक्र में ज्यादा हिस्सेदारी की मांग भी कर रहा है। पीसीबी सूत्र ने कहा, मौजूदा स्थिति में पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल तभी स्वीकार करेगा अगर आईसीसी इस बात पर राजी हो कि भविष्य में सभी आईसीसी टूर्नामेंट इसी के तर्ज पर आयोजित होंगे जिसमें पाकिस्तान अपने मुकाबले खेलने के लिए भारत नहीं जाएगा।
सूत्र ने कहा, पाकिस्तान यह भी चाहता है कि आईसीसी बोर्ड राजस्व में वित्तीय चक्र में उसके हिस्से को 5.75 प्रतिशत से बढ़ा दे और नकवी इस पर अड़े हुए हैं, लेकिन उन्होंने मेजबानी के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं मांगा है। लोग कह रहे हैं कि नकवी ने अपनी सरकार से बात करने के बाद फिर बताने के लिए समय मांगा है। लेकिन हमें नहीं पता कि क्या वह सरकार के समर्थन से वहां गए थे और उन्होंने आईसीसी बोर्ड की वर्चुअल बैठक में अपना पक्ष रखने के लिए पहले ही उनकी मंजूरी मांगी थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। आईसीसी की प्राथमिकता है कि जल्द से जल्द इसका रास्ता निकले। पीसीबी ने जो शर्त क्रिकेट की वैश्विक संस्था के सामने रखी है उसे मानना आसान नहीं है। भविष्य में ऐसे कई टूर्नामेंट है जिसकी मेजबानी भारत को करनी है। इनमें 2025 महिला वनडे विश्व कप, 2025 में पुरुषों का एशिया कप, 2026 में श्रीलंका के साथ मिलकर पुरुष टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी 2029 और बांग्लादेश के साथ 2031 वनडे विश्व कप की मेजबानी करना शामिल है।