चीन विश्व का एकमात्र देश है, जिसके द्वारा चांद के सुदूर क्षेत्र में कदम अपना अंतरिक्ष यान उतारा गया और वहां मौजूद धूल और चट्टानों के नमूने एकत्र किए। चांग ई-6 अभियान के तहत चांद की सतह से 1935.3 ग्राम नमूने एकत्रित किए गए हैं। चीन ने अंतरिक्ष यान चांग ई-6 ने चंद्रमा के सुदूर क्षेत्र में कदम रखा और वहां से करीब दो किलोग्राम मिट्टी और चट्टान के नमूने पृथ्वी पर लाकर इतिहास रच दिया। इस कदम को अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में नई क्रांति माना जा रहा है। अब चीन ने अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि चांद से लाए गए नमूनों का परीक्षण होने जा रहा है। चीन विश्व का एकमात्र देश है, जिसके द्वारा चांद के सुदूर क्षेत्र में कदम अपना अंतरिक्ष यान उतारा गया और वहां मौजूद धूल और चट्टानों के नमूने एकत्र किए। चांग ई-6 के पुन: प्रवेश वाले भाग (Reentry Module) को सिजिवांग से बीजिंग लाया गया। चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) का कहना है कि चांग ई-6 अभियान के तहत चांद से 1935.3 ग्राम नमूने एकत्रित किए गए हैं। सीएनएसए के सहायक निदेशक जी पिंग के अनुसार ‘चांग ई-6 अभियान द्वारा लाए गए नमूनो की विशेषता यह है कि ये दिखने में गाढ़े हैं। शोधकर्ताओं द्वारा चांद से एकत्रित किए गए नमूनों पर पूर्व में तय की गई योजना के तहत शोध किया जाएगा। चांद के बारे में जानने के लिए यह एक तरह का शोध साबित होगा।’
नमूनों के परीक्षण से इस बात का खुलासा हो सकता है कि चंद्रमा का निर्माण कैसे हुआ। चीन द्वारा इन नमूनों पर करीब छह महीने तक शोध किया जाएगा और इसके बाकी संस्थानों के अन्वेषण के लिए इन्हें उपलब्ध कराया जाएगा। जी पिंग का कहना है कि इस दौरान चीन दुनिया भर के वैज्ञानिकों को शोध के लिए भी आमंत्रित करेगा। चांग ई-6 अंतरिक्ष यान मंगलवार को धरती पर वापस लौटा था। चांद के जिस क्षेत्र में अभी तक किसी देश ने कदम नहीं रखा, चीन के चांग ई-6 ने ऐसे क्षेत्र से नमूने एकत्र किए और धरती पर वापस आ गया।