कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला सहित आठ नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। रणजीत चौटाला लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 25 मार्च को आनन-फानन में भाजपा में शामिल हुए थे और पार्टी ने उनको हिसार से प्रत्याशी बनाया था। इनके अलावा लाडवा से संदीप गर्ग, असंध से जिलेराम शर्मा, गन्नौर से देवेंद्र कादियान, रानियां से रणजीत चौटाला, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से केहर सिंह रावत को पार्टी से निकाला गया है।कांग्रेस के बागियों पर कार्रवाई करने के बाद अब भाजपा भी एक्शन मोड में आ गई है। भाजपा ने रविवार को आठ उन बागी नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने जिन आठ नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला है, इनमें पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला भी शामिल हैं।इससे पहले 27 सितंबर को हरियाणा कांग्रेस ने 13 नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि उन्हें पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चल रहे विधानसभा चुनाव लड़कर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ये फैसला लिया है।
कांग्रेस ने गुहला सीट से नरेश, जींद से प्रदीप गिल, पुंडरी से सज्जन सिंह और सुनीता, नीलोखेड़ी से राजीव मामूराम और दयाल सिंह, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, उचाना कला से दिलबाग, दादरी से अजीत फोगाट, भिवानी से अभिजीत सिंह, बवानीखेड़ा से सतबीर, पृथला से नीतू और कलायत से अनीता को निष्कासित किया था।