विपक्षी गठबंधन की सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि के. सुरेश के नाम पर पार्टी के किसी भी नेता के साथ चर्चा नहीं की गई। विपक्ष ने के. सुरेश को लोकसभा स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। 18वीं लोकसभा के लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए विपक्षी गठबंधन ने भी अपना उम्मीदवार उतार दिया है। केरल से कांग्रेस सांसद के. सुरेश को गठबंधन का उम्मीदवार बनाया गया है। लेकिन लग रहा है कि इस फैसले के बाद विपक्ष के अंदरखाने कुछ सही नहीं चल रहा। दरअसल विपक्षी गठबंधन की सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का कहना है कि के. सुरेश के नाम पर पार्टी के किसी भी नेता के साथ चर्चा नहीं की गई। जिस समय के.सुरेश ने लोकसभा स्पीकर के चुनाव के लिए नामांकन भरा, उस समय तृणमूल कांग्रेस का कोई भी नेता वहां हस्ताक्षर करने के लिए मौजूद नहीं था। जब टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी से इस मुद्दे पर उनकी पार्टी के रुख को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। बनर्जी ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से यह एक तरफा लिया गया फैसला है। टीएमसी सांसद के अनुसार किसी ने भी इस बारे में टीएमसी से राय नहीं ली और इस बारे में पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी ही कोई फैसला लेंगी।इसके कुछ देर बात राहुल गांधी और अभिषेक बनर्जी को लोकसभा के भीतर एक दूसरे के साथ गुफ्तगू करते हुए देखा गया। जब राहुल गांधी सदन से बाहर आए तो उनसे पूछा गया कि क्या वह स्पीकर के मुद्दे पर टीएमसी के साथ कोई बात बनी? इसके जवाब में राहुल ने सिर्फ ‘जय संविधान’ कहा। बता दें कि सात बार के सांसद के. सुरेश को विपक्षी गठबंधन ने लोकसभा स्पीकर पद चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है।