उत्तराखंड में आज भी बारिश का सिलसिला जारी है। मसूरी शहर में देर रात हुई बारिश के बाद सुबह मौसम सुहाना हो गया और कोहरा भी छा गया। लेकिन दोपहर बाद मौसम ने फिर करवट बदली और शहर में झमाझम बारिश शुरू हो गई।
तेज बारिश से मसूरी-देहरादून मार्ग पर कई जगह मलबा आ गया है। वहीं, पुरुकुल-किमाड़ी रोड पर भी मलबा आने से यातायात प्रभावित, हुआ है। पानी और मलबा आने से सड़क पर बरसाती पानी ने लिया नदी का रूप ले लिया। वहीं, लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे हैं। वहीं, भट्टा फॉल का रौद्र रूप एक फिर दिखाई दिया। इस दौरान आसपास के क्षेत्र के लोगों और व्यापारियों में हड़कंप मच गया।लंढौर मार्ग पर पुश्ते के नीचे जमीन धंसने से सड़क खोखली हो गई है, जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है। बारिश से मालरोड में लगे कोबल स्टोन कई जगह उखड़ गए हैं। इससे लोनिवि के कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। उधर, शहर के होटल व्यवसायी आशीष गोयल ने बताया कि बारिश का असर पर्यटन व्यवसाय पर भी पड़ा है। कई पर्यटकों ने होटल की बुकिंग रद्द कर दी है। छोटे-बड़े होटलों में 50 से 50 फीसदी पर्यटक कम हो गए हैं। बुधवार को मसूरी का अधिकतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया गया। इससे मौसम में ठंड बढ़ गई है।हीं, उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले तीन दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कुमाऊं में भारी से भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, कुमाऊं में अतितीव्र वर्षा की संभावना के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है।देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी जिले के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश का अनुमान है। इसे लेकर ऑरेंज और शेष जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगले तीन दिन अतिवृष्टि की संभावना बनी हुई है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन एवं चट्टान गिरने की आशंका है।