UK Election: जनता के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ब्रिटेन को मजबूत देश के रूप में पेश करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में बदलाव की बेहद आवश्यकता है और इसके लिए आज से ही काम शुरू होता है।
ब्रिटेन के आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को करारी हार मिली तो लेबर पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है। प्रधानमंत्री बनने के साथ ही कीर स्टार्मर ने देश के नाम अपना पहला संदेश दिया। उन्होंने जनता के नाम संबोधन में ब्रिटेन को मजबूत देश के रूप में पेश करने पर जोर दिया। पीएम कीर स्टार्मर ने कहा कि उनका काम बेहद जरूरी है, जो कि आज से शुरू होता है। 61 वर्षीय स्टार्मर ने कहा कि ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के पहले एशियाई प्रधानमंत्री बनने के बाद अतिरिक्त प्रयास भी किए। कंजर्वेटिव पार्टी को पछाड़ने के साथ ही कीर स्टार्मर ने ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है। कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी ने आम चुनाव में 400 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की है। स्टार्मर ने बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स तृतीय के साथ मुलाकात की। परंपरा के अनुसार, बकिंगघम पैलेस में नई सरकार बनाने के लिए किसिंग ऑफ हैंड्स नाम के समारोह का आयोजन किया जाता है। लेबर पार्टी के प्रमुख के प्रधानमंत्री बनने से पहले ऋषि सुनक ने मोनार्च में हुई एक बैठक के बाद इस्तीफा दिया था। स्टार्मर ने कहा कि देश ने बदलाव के लिए मतदान किया और इसके साथ ही लेबर पार्टी की राजनीति में वापसी हुई। स्टार्मर ने कहा, ‘जब लोगों क समर्पण के बाद भी उन्हें मिलने वाली सेवाओं को सरकार द्वारा लंबे समय के लिए दूर रखा जाता है, तो इससे देशवासियों के दिलों में अजीब सी स्थिति बन जाती है। लोगों की इच्छाओं और उनकी उम्मीदों को हम सब मिलकर पूरा करेंगे।’ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के घावों को शब्दों से नहीं बल्कि एक्शन से भरा जाएगा। स्टार्मर ने इस बात पर जोर दिया कि आज से काम शुरू करने की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की सरकार देश के हर एक नागरिक का सम्मान करती है। साथ ही, जनता की सेवा करना ही सरकार का मुख्य काम होगा। स्टार्मर ने देश की जनता से वादा किया कि ब्रिटेन के संसाधनों को फिर से मजबूती के साथ तैयार किया जाएगा। ब्रिटेन की जनता को के नाम संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आपने हमें बहुमत प्रदान किया है और हम इस जनादेश की मदद से देश में बदलाव लाएंगे।’ ब्रिटेन के नए पीएम के अनुसार, ‘देश में तुरंत बदलाव लाना आसान नहीं है , इसलिए इसकी शुरुआत छोटे-छोटे कदमों से होगी। बदलाव लाने में कुछ समय लगेगा।’