प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को दावा किया है कि कर्नाटक कांग्रेस के विधायक बी नागेंद्र करोड़ों रुपये के वाल्मीकि निगम घोटाले के पीछे के ‘मास्टरमाइंड’ हैं और इस राज्य सरकार की इकाई से निकाले गए धन का इस्तेमाल इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले एक उम्मीदवार के लिए भी किया गया था।र्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक करोड़ों रुपये के वाल्मीकि निगम घोटाले के मास्टरमाइंड हैं। ये प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से दावा किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि उसने इस मामले में कुछ समय पहले बेंगलुरु में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत के समक्ष अभियोजन शिकायत या आरोप पत्र दायर किया है। अदालत ने इस आरोप पत्र पर संज्ञान लिया है।प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा, विधायक और अनुसूचित जनजाति मामलों के पूर्व मंत्री बी नागेंद्र को घोटाले के पीछे मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया गया है, कथित तौर पर सत्यनारायण वर्मा, एताकारी सत्यनारायण, जे.जी. पद्मनाभ, नागेश्वर राव, नेक्केंटी नागराज और विजय कुमार गौड़ा जैसे प्रमुख सहयोगियों समेत 24 अन्य लोगों की मदद से इसे अंजाम दिया। इस मामले में नागेंद्र को ईडी ने गिरफ्तार किया था।